सनत कुमार सिंह
जबलपुर। कान्हा के जंगल से जबलपुर आए दो हाथियों में से एक की ग्राम मोहास में मौत हो गई। शुक्रवार को सूचना मिलने पर वन अमला मौके पर पहुंचा और हाथी का शव गोसलपुर स्थित वन कार्यालय डिपो पहुंचाया गया जहां पर हाथी का पोस्टमार्टम किया गया। इस दौरान वन विभाग के आला अधिकारी भी मौजूद रहे। गजराज के शव को वाहन में रखने के लिए फॉरेस्ट अमले को अच्छी खासी मसक्कत करनी पड़ी। भारी-भरकम वजन के कारण हाथी के शव को क्रेन की मदद से उठा कर वाहन में रखा गया।
पिछले तीन-चार दिनों से यह हाथी जबलपुर से सटे ग्रामीण इलाकों में विचरण कर रहे थे। कृषक भागवत प्रसाद झारिया ने बताया कि हाथियों ने उसका लगभग दस क्विंटल धान खा लिया है जिसकी शिकायत उन्होंने पटवारी से की है। ग्रामीणों ने बताया कि वे काफी डरे हुए हैं क्योंकि दूसरा हाथी सम्भवतः उसी इलाके में मौजूद है।
हाथी की मौत को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं वहीं वन अधिकारी भी साफ-साफ कुछ भी कहने से बचते नजर आए। मेहमान हाथी की मौत कहीं न कहीं वन अमले की लापरवाही भी बयां कर रही है।
