कोरोना और नाइट कर्फ्यू के साए में इस बार होली का उत्सव की तैयारी हो रही है। होली के लिए बाजार सजकर तैयार है बाजारों में आकर्षित पिचकारियों के साथ ही तरह-तरह के मुखोटे भी उपलब्ध है। जो बच्चों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं, लेकिन कोरोना के कारण इनकी कुछ खास मांग नहीं है। पिछले साल तक तो इनकी अच्छी खासी मांग दी। लेकिन इस बार दुकान संचालकों का कहना है, कि इस बार बहुत खास रौनक नहीं देखने को मिल रही है। लोग कोरोना के लिए डरें हुए हैं , इसका असर व्यापार पर भी देखने को मिल रहा है। महंगाई भी इस बार 20 फ़ीसदी तक बढ़ गई है कोरोना को देखते हुए हर्बल रंगों को उपलब्ध कराया जा रहा है लोग इन्हें ही लेना पसंद कर रहे हैं। टैंक, पेंसिल पिचकारी के साथ है कई अन्य वैरायटी है खास बाजार में बच्चों के लिए क्रश, मिकी माउस, शेर, लोमड़ी , खरगोश , शक्तिमान के साथ डोरेमोन एंग्री बर्ड्स जैसी कई अन्य आकर्षक पिचकारीया उपलब्ध है। जो बच्चों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है इनके साथ एक टैंक और गन पिचकारी की भी कई सारी वैरायटी उपलब्ध है लोगों के बजट का ध्यान रखते हुए तरह-तरह की पिचकारिया मिल रही है लेकिन इस बार इनकी कीमतों में काफी इजाफा हुआ है ₹20 से लेकर पांच सौ रुपये तक की पिचकारिया मिल रही है व्यापारियों ने पिछले साल का घाटा पूरा करने के लिए इस साल अधिक मात्रा में दुकानों में माल का स्टाक कर लिया है । कोरोना के कारण इस साल भी माल गोदामों से निकलकर दुकानों में तो आ गया मगर यह ग्राहकों तक पहुंच नहीं पाने से उन्हें इस साल भी घाटा ही उठाना पड़ेगा।