राजधानी भोपाल में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के दो आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों के पास से तीन इंजेक्शन बरामद किए गये हैं. थाना प्रभारी कोहेफिजा अनिल वाजपेई ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है.कोरोना बीमारी के इलाज में इस्तेमाल होने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की कुछ लोग कालाबाजारी कर अवैध रूप से बेचने की फिराक में घूम रहे हैं. अनिल वाजपेई ने अपनी टीम के साथ लालघाटी चौराहे से आरोपी बलराम प्रजापति और राजेन्द्र मीणा उर्फ राजा को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से तीन रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद किया. पुलिस अब इस मामले में आरोपियों से पूछताछ कर रही है. आरोपी इंजेक्शन कहां से लाए और वह इंजेक्शन कैसे बेचने वाले थे. इस बात का खुलासा पुलिस अधिकारियों ने नहीं किया है. क्राइम ब्रांच 4 युवकों को गिरफ्तार कर चुकी हैभोपाल क्राइम ब्रांच ने 18 अप्रैल को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे चार युवकों को पकड़ कर उनसे चार इंजेक्शन बरामद किए थे. ये इंजेक्शन बांग्लादेश की फार्मा कंपनी में बने हैं. अब क्राइम ब्रांच यह पता करने में जुटी है कि इसे मध्य प्रदेश समेत भोपाल में बेचे जाने की अनुमति थी या नहीं. एक बड़ा सवाल यह भी है कि बांग्लादेश में बना रेमडेसिविर इंजेक्शन भोपाल कब और कैसे पहुंच गया. पुलिस को आशंका है कि कहीं यह इंटरनेशनल ड्रग तस्कर गिरोह की दस्तक तो नहीं है. अभी उस आरोपी की गिरफ्तार नहीं हो पाई है, जिसने ये इंजेक्शन इन चार आरोपियों को दिए थे.