बैतूल. निजी अस्पतालों की मनमानी और जीवनरक्षक दवाओं की कालाबाज़ारी की खबरें पुरानी हो चुकीं. ताज़ा खबर यह है कि मध्य प्रदेश में अब वेक्सीनेशन की स्लॉट बुकिंग में संगठित अपराध शुरू हो चुका है. जी हां, जैसे रेलवे रिज़र्वेशन का समय खुलते ही बड़ी संख्या में रिज़र्वेशन बुकिंग हो जाती है, ठीक उसी तरह वैक्सीनेशन के लिए सरकार ने स्लॉट की जो व्यवस्था की है, उसके दलाली की भेंट चढ़ने से लोगों को अब इसकी कीमत देना पड़ रही है.18 से 44 साल की उम्र के युवाओं को इन दिनों वैक्सीनेशन के लिए स्लॉट बुकिंग में काफी परेशानी हो रही है. बैतूल में संगठित गिरोह उतर आए हैं, जो वैक्सीनेशन के स्लॉट खुलते ही सारे स्लॉट बुक कर लेते हैं. इस काम के लिए आरोपियों ने बाकायदा वॉट्सएप ग्रुप बना लिये हैं और हर स्लॉट की बुकिंग के एवज़ 800 से 1000 रुपये तक वसूल रहे हैं.कैसे हुआ खुलासा और गिरफ्तारी?बैतूल पुलिस ने इस गोरखधंधे में लिप्त बैतूल निवासी दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. दिनेश कलमे और नरेंद्र यादव नाम के दोनों आरोपियों ने वैक्सीन स्लॉट अवेलेबल नाम से वॉट्सएप ग्रुप बना रखा था, जिसके माध्यम से वो स्लॉट बुक करके पैसे कमा रहे थे, जबकि ये बुकिंग बिल्कुल मुफ्त और आसान है.ज़िला टीकाकरण अधिकारी को जब इस वॉट्सएप ग्रुप की सूचना मिली तो उन्होंने पुलिस को इस बारे में बताया. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया. आरोपियों से पूछताछ जारी है और पुलिस ने इन पर आईपीसी समेत आपदा प्रबंधन एक्ट व राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के उल्लंघन संबंधी मामले दर्ज किए गए हैं. आरोपियों के नेटवर्क और अब तक की गई वसूली के बारे में तफ्तीश की जा रही है.