नई दिल्ली: देश के बैंकिंग सेक्टर में 1 जुलाई से कुछ बदलाव होने जा रहे हैं. आईएफएससी कोड में बदलाव से लेकर कुछ सेवाओं में चार्ज का बढ़ना शामिल है. सिंडिकेट बैंक का अब केनरा बैंक में विलय हो चुका है. इसलिए एक जुलाई से सिंडिकेट बैंक का आईएफएससी कोड काम नहीं करेगा. सिंडिकेट बैंक के ग्राहकों को केनरा बैंक का आईएफएससी कोड इस्तेमाल करना होगा. ग्राहकों को आईएफएससी कोड की जरूरत एनईएफटी, आईएमपीएस, आरटीजीएस के तहत लेनदेन के लिए पड़ती है. इसके साथ ही सिंडिकेट बैंक के ग्राहक पुरानी चेक बुक भी इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2019 में 10 सरकारी बैंकों को चार बड़े बैंकों में विलय करने का एलान किया था. ये विलय अप्रैल 2020 में हो गया था. केनरा बैंक के अलावा बैंक ऑफ बड़ौदा, देना बैंक, विजया बैंक, कॉर्पोपेशन बैंक, आंध्रा बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स इलाहाबाद बैंक का भी विलय हुआ है. इस साल 1 अप्रैल 2021 से ही बैंकों का आईएफएससी और एमआईसीआर कोड अपडेट होना शुरू हुआ है
खाताधारकों की जेब पर पड़ेगा असर
वहीं 1 जुलाई से देश के दो बड़े बैंक अपने चार्चेज में बदलाव करने जा रहे हैं. अगर इन बैंकों में आपका खाता है तो चार्जेज में ये बदलाव आपकी जेब पर भारी पड़ने वाले हैं. ये दो बैंक हैं- भारतीय स्टेट बैंक, एक्सिस बैंक. एसबीआई में बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट (BSBD) खाते के लिए 1 जुलाई से नए सर्विस चार्ज लागू होंगे. एटीएम से कैश निकासी और चेकबुक के इस्तेमाल पर भी नए चार्ज लागू होंगे.