कटनी के बहोरीबंद के कुआं खड़रा गांव में तेंदुआ की मौत भूख के चलते हुई है। उसकी मौत दो दिन पहले होना बताया जा रहा है। जबलपुर वेटरनरी के डॉक्टरों ने तीन घंटे चले पीएम के बाद उसका बिसरा प्रिजर्व कर लिया है। तेंदुआ के शरीर पर कहीं भी चोट या करंट के निशान नहीं मिले हैं। दो दिन में ही शव सड़ने लगा था।बहोरीबंद के कुआं खड़रा गांव दुर्गा मंदिर के पास ग्रामीणों को तेंदुआ मृत अवस्था में 7 सितंबर को मिला था। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम ने मृत तेंदुआ को वेटरनरी पहुंचाया। मंगलवार 8 सितंबर को फॉरेंसिक एण्ड हेल्थ सेंटर की हेड शोभा जावरे, डॉ. यामिनी, डॉ. अमिता दुबे, डॉ. सोमेष सिंह, डॉ. के.पी. सिंह, डॉ. निधि राजपूत, डॉ. देवेंद्र पौधड़े द्वारा तेंदुआ का पीएम किया गया।
तीन घंटे चला पीएम, आधा शरीर गल गया था, कीड़े लग गए थेनानाजी देशमुख पशुचिकित्साल विज्ञान विवि स्कूल आफ वाईल्ड लाइफ फॉरेंसिक एण्ड हेल्थ की हेड शोभा जावरे के मुताबिक मृत तेंदुआ की उम्र 4 साल है। उसकी पीएम की प्रारंभिक रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आए हैं कि उसकी मौत दो दिन पहले हो चुकी थी, उसका पेट भी खाली था। मतलब वह भूखा था। भूख से भी मौत होने की आशंका है। तेंदुआ शरीर पर किसी तरह के चोट के निशान नहीं हैं। आधा शरीर गल गया था, और कीड़े लगे थे। पीएम के बाद शव को वन विभाग ने जमीन में दबा दिया। वन विभाग के मुताबिक बहोरीबंद में तेंदुआ का मूवमेंट अर्से बाद दिखा है। यहां भटक कर तेंदुआ आते हैं।