BJP ने मिशन 2023 की मैदानी रणनीति बनाने से पहले विधायकों का फीडबैक लिया। इसके लिए पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश प्रभारी पी मुरलीधर राव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने विधायकों से वन-टू-वन चर्चा की। विधायकों से सवाल कॉमन थे। पंचायत से लेकर विधानसभा चुनाव तक की तैयारी से जुड़े सवाल किए गए। अधिकतर विधायकों ने जवाब देने से पहले अपना दर्द बयां कर दिया।पार्टी सूत्रों ने बताया कि ग्वालियर-चंबल संभाग के विधायकों ने कहा कि सरकार में काम नहीं होते हैं। जनता के बीच जाने का सबसे मजबूत आधार उनके काम होना होता है, लेकिन अफसर तवज्जो नहीं देते। एक विधायक ने तो यहां तक कहा कि प्रमुख सचिव और कलेक्टर विधायकों की सुनते तक नहीं हैं। इसी तरह महाकौशल क्षेत्र के विधायकों ने कहा कि इस अंचल से सरकार में प्रतिनिधित्व होना चाहिए।बड़ा सवाल: क्यों बदला गया बैठक का समयBJP के बड़े नेताओं के बीच इसे लेकर चर्चा है कि विधायकों की बैठक दोपहर को होने वाली थी, लेकिन अचानक इसका समय शाम 5 बजे हो गया, जबकि सभी विधायक सुबह 11 बजे BJP कार्यालय पहुंच गए थे। विधायकों से वन-टू-वन चर्चा भी देर से शुरू की गई। दोपहर करीब 12 बजे विधायकों को बताया कि 6 संभागों की संयुक्त बैठक शाम को होगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश से बाहर थे, उनके आने के बाद बैठक शुरू हुई।पार्टी सूत्रों का कहना है कि विधायकों की बैठक 24 व 25 नवंबर को होनी है, यह 6 दिन पहले संगठन स्तर पर तय हो गया था। BJP कार्यालय से इसकी विधिवत सूचना भी विधायकों को भेज दी गई थी। ऐसे में मुख्यमंत्री का 24 नवंबर को तमिलनाडु धार्मिक यात्रा पर जाने को लेकर संगठन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। BJP में इसको लेकर भी चर्चा है कि विधायकों की बैठक का समय बदलने की एक वजह मुख्यमंत्री का मौजूद नहीं होना था।
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