भोपाल. मध्य प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर के अलर्ट के बीच कांग्रेस ने सरकार के इंतजामों पर सवाल खड़े किए हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इंतजामों को लेकर ट्वीट किया और सरकार से जानकारी मांगी.
कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में इलाज, बेड, अस्पताल, ऑक्सीजन जीवन रक्षक दवाइयों, वेंटिलेटर के लिए लोग परेशान हुए हैं. उससे सबक लेते हुए तीसरी लहर की आशंका में सरकार के बदइंतजाम सामने आ रहे हैं. कमलनाथ ने सरकार से पूछा है कि तीसरी लहर से निपटने के लिए सरकार के क्या इंतजाम हैं.
सरकार की तैयारी केवल कागज पर
कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है कि प्रदेश के 52 जिलों में से सिर्फ 20 जिलों जिला अस्पतालों में बच्चों का ICU है, जबकि बच्चों के इलाज के लिए सिर्फ एक एंबुलेंस है. बच्चों के लिए पर्याप्त बेड की व्यवस्था भी नहीं है. कमलनाथ ने सरकार की तैयारियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि कागजी दावा तो हो रहा है लेकिन मैदानी स्तर पर वास्तविकता उसके उलट है. कमलनाथ ने प्रदेश की जनता को भगवान भरोसे बताया है.
तीसरी लहर न आए इसकी कोशिश जारी- मंत्री
दूसरी ओर, कमलनाथ की तीसरी लहर को लेकर उठाए गए सवालों पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी ने कहा कि सरकार की कोशिश है कि कोरोना की तीसरी लहर ना आए. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 20 अस्पतालों में बच्चों के लिए ICU वार्ड हैं. बाकी अस्पतालों में भी व्यवस्थाएं जुटाई जा रही है. एंबुलेंस की संख्या बढ़ाई जानी है.
मंत्री ने सीएम को दिया श्रेय
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने युद्ध स्तर पर व्यवस्थाएं जुटाई हैं. उसी के नतीजे हैं कि अब कोरोना का संक्रमण कंट्रोल में है. तीसरी लहर से निपटने के लिए हर स्तर के उपाय भी किए जा रहे हैं. गौरतलब है कि विशेषज्ञों ने संकेत दिए हैं कि दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर भी आ सकती है. ये लहर दूसरी लहर से ज्यादा खतरनाक हो सकती है. इसका असर कम उम्र के बच्चों पर ज्यादा हो सकता है.