कुछ सप्ताह पहले तक स्थितियां नियंत्रण में थी।जिन लोगों ने अपनों को खोया है मैं देश वासियों की तरफ से संवेदना व्यक्त करता हूं। परिवार के सदस्य के नाते मैं आपके दुख में शामिल हूं। चुनौती बड़ी है लेकिन हमें अपने संकल्प और हौसले के साथ इसे पार करना है। मैं भारत के सभी डॉक्टरों, मेडिकल स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मचारी, एंबुलेंस कर्मचारी सभी की सराहना कर रहा हूं। आप सभी अपना जीवन दाव पर लगाकर लोगों का जीवन बचा रहे हैं। अपहमारे शास्त्रों में लिखा है कि कठिन से कठिन समय में भी हमें धैर्य नहीं खोना चाहिए।सही समय पर सही निर्णय लेकर ही हम विजय हासिल कर सकते हैं। बीते कुछ दिनों में जो फैसले लिए गए हैं, वह स्थिति को तेजी से सुधारेंगे। पूरे देश में ऑक्सीजन की डिमांड बढ़ी है। हम पूरी तेजी से काम कर रहे हैं। फार्मा सेक्टर ने दवाइयों का उत्पादन बहुत ज्यादा बढ़ा दिया है। इसे और तेज किया जा रहा है। पिछले साल जब देश में कुछ ही मामले सामने आए थे तभी भारत में प्रभावी वैक्सीन के लिए काम शुरू कर दिया था। आज दुनिया की सबसे सस्ती वैक्सीन भारत में है। भारत में जो वैक्सीन बनेगी उसका आधा हिस्सा सीधे राज्यों और अस्पतालों को मिलेगा। पहले की तरह ही सरकारी अस्पतालों में मुफ्त वैक्सीन मिलती रहेगी। 45 वर्ष से अधिक के लोगों के लिए वैक्सीनेशन का कार्यक्रम चलता रहेगा। सभी राज्यों में श्रमिकों को वैक्सीन लगाई जाएगी। श्रमिक जहां हैं, वही रहें। उनको वैक्सीन लगेगी और उनका काम भी बंद नहीं होगा। पिछली बार हमारे पास इस महामारी से लड़ने के लिए मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं था।हमारे डॉक्टर कोरोनावायरस के मामले में एक्सपर्ट हो गए हैं। वह ज्यादा से ज्यादा लोगों को बचा रहे हैं। हमारे पास पर्याप्त संसाधन है। हम सब ने बहुत मजबूती और धैर्य से लड़ाई लड़ी है।मुझे विश्वास है जनभागीदारी की ताकत से हम कोरोनावायरस के नए तूफान को परास्त कर पाएंगे।देशवासियों से अपील करता हूं कि संकट की घड़ी में आगे आए और जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाएं। आ गया है और कमेटियां बनाकर लोगों को कोरोनावायरस प्रोटोकॉल के लिए अनुशासित करें। जैसे पिछली बार स्वच्छता के मामले में बाल मित्रों ने परिवार वालों को समझाया था। मेरे बालमित्र, घरवालों को बिना कारण घर से बाहर मत निकलने दीजिए। मैं राज्यों से अपील करता हूं कि लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में इस्तेमाल करें।कोरोनावायरस से जीतने के लिए अनुशासन बहुत जरूरी है। जब तक आवश्यक ना हो घर से बाहर ना निकले।