राजबाडा के आसपास के क्षेत्र की सड़कों पर कब्जाधारी फुटपाथ व्यवसायियों, ठेले वालों व फेरी वालों को नहीं हटाया तो क्षेत्र के सभी व्यापारिक संगठन से जुड़े व्यापारी टैक्स नहीं भरेंगे। इसके बाद भी प्रशासन ने नहीं सुनी तो वे चरणबद्ध आंदोलन करेंगे।इस मुद्दे को लेकर राजबाडा क्षेत्र के व्यापारियों में रोष है। रविवार को इन व्यापारिक संगठनों एक बैठक (जन पंचायत) हुई। इसमें इंदौर रिटेल गारमेंट्स एसोसिएशन के अक्षय जैन ने कहा कि व्यापारी लगातार सड़कों को कब्जे से मुक्त कराने की गुहार कर रहे हैं लेकिन प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। अहिल्या चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने कहा कि व्यापारियों की सहन शक्ति जवाब देने लगी है। अब प्रशासन को जगाने के लिए चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। बोहरा बाजार के खुजेमा बादशाह ने कहा कि हमें कमजोर मानने वाले भूल कर रहे हैं। क्लॉथ मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष हंसराज जैन ने कहा कि प्रशासन इस जन पंचायत से निकले शंखनाद को सुन लें, अगर अनसुना किया तो कोई भी व्यापारी किसी भी तरह का टैक्स नहीं भरेगा। उन्होंने कहा कि गोपाल मंदिर के आसपास की 135 दुकांने हटाई तो फिर किस अधिकार से सड़कें अतिक्रमणकारियों के हवाले कर दी गई। राजबाडा के आसपास की सड़कों पर पांच सौ से ज्यादा छोटे व्यवसायी कब्जा कर व्यवसाय कर रहे हैं। सीनियर इंजीनियर अतुल सेठ ने मास्टर प्लान के क्रियान्वयन की कमजोरियां बताई। व्यापारी गोविंद अग्रवाल ने शहर को बेतरतीब बनाने के लिए प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को दोषी बताया। कैलाश मुंगड ने कहा जहां-जहां स्मार्ट सिटी के नाम पर अतिक्रमण हटाए गए वहां नए सिरे से गुंडो के कब्जे होना सवालिया है। पीथमपुर औद्योगिक संगठन के अध्यक्ष गौतम कोठारी ने कहा कि यह शहर हित की लड़ाई है। जनप्रतिनिधियों को शहर की चिंता करना होगी। इस अवसर पर मारोठिया बाजार से उमेश जैन, सोशल एक्टिविस्ट किशोर कोडवानी आदि ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान सामूहिक रूप से निर्णय हुआ कि यदि 24 घंटे में प्रशासन इस मुद्दे पर व्यापारिक संगठनों के साथ संवाद नहीं करेगा तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। इसके बाद 40 व्यापारिक प्रतिनिधि भोपाल जाकर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान व प्रभारी मंत्री नरोत्तम मिश्रा से मिलेंगे। फिर भी हर नहीं निकला तो व्यापारी टैक्स नहीं भरेंगे।