रैगांव में बेटे-बहू सहित 5 कैंडिडेट एक ही परिवार सेपृथ्वीपुर में भाजपा को ब्राह्मण-कुशवाहा वोट कटने का डर, जोबट में भूरिया के भतीजे बने मुसीबतभोपाल । उपचुनाव में उम्मीदवारी के लिए नाम-निर्देशन पत्र जमा होने के बाद उपचुनाव का घमासान दिलचस्प हो गया है। खंडवा में 17 लोगों ने नामांकन दाखिल कर दावेदारी की है। कांग्रेस से टिकट पर राजनारायणसिंह ने 3 व भाजपा कैंडिडेट ज्ञानेश्वर पाटिल ने 2 नामांकन पत्र भरे हैं। यहां हर्ष चौहान की दूरी ने भाजपा की मुश्किल बढ़ा रखी है। हालांकि पार्टी के नेता उनसे संपर्क कर संतुलन बनाने की कोशिश कर रहे हैं। यहां कांग्रेस दमोह मॉडल पर फोकस करते दिख रही है और अचानक हुए बिजली संकट की आशंका को बड़ा मुद्दा बनाने में जुट गई है। निर्दलीय में बड़ा नाम नहीं होने से पार्टियों को राहत है। महिला कैंडिडेट्स में अकेली मथुराबाई है, जो कि आशा कार्यकर्ता है। 17 दावेदारों की सूची में महिला कैंडिडेट में मथुराबाई (41) का नाम है। मथुराबाई खंडवा तहसील अंतर्गत रोहणी गांव से हैं। 10वीं तक पढ़ी मथुराबाई आशा कार्यकर्ता है। पति भगवानसिंह राजपूत रोहिणी ग्राम पंचायत में सरपंच (प्रधान) है।रैगांव सीट पर परिवार में ही होगा मुकाबलारैगांव के रण में नामांकन जमा करने के आखिरी समय तक जो तस्वीर फिलहाल सामने आई है, उसमें भाजपा का मुकाबला कांग्रेस से कहीं ज्यादा बागरी परिवार से ही होता नजर आता है। 5 ऐसे सदस्य मैदान में एक-दूसरे के खिलाफ लडऩे को तैयार हैं, जिनके पारिवारिक रिश्ते भी हैं। जुगल बागरी के बड़े बेटे पुष्पराज ने निर्दलीय पर्चा भरा है। छोटी बहू वंदना ने भी निर्दलीय पर्चा भरा है। जुगल के रिश्ते में भतीजे धीरू ने सपा से पर्चा दाखिल किया है। प्रतिमा बागरी को भाजपा से टिकट मिला है। यह जुगल किशोर की छोटी बहू की भतीजी हैं। रानी बागरी ने भी पर्चा भरा है। जुगल किशोर इनके रिश्ते में ससुर लगते थे।