नई दिल्ली। Goldman Sachs ने 2021 में अमेरिका के आर्थिक वृद्धि से जुड़े लक्ष्य को घटाकर 5.6 फीसद कर दिया है। इसी तरह 2022 के इकोनॉमिक ग्रोथ से जुड़े अनुमान को कम करके चार फीसद कर दिया है। रेटिंग एजेंसी ने अगले साल के आखिर तक राजकोषीय सहायता में कमी किए जाने की संभावना और पूर्व के अनुमान से ज्यादा विलंब से इकोनॉमिक रिकवरी की आशंका की वजह से अमेरिका के वृद्धि दर से जुड़े पूर्व के अनुमान को घटाया है। रविवार को इससे संबंधित रिपोर्ट को जारी किया गया। इसके लेखकों में एजेंसी के चीफ इकोनॉमिस्ट Jan Hatzius भी शामिल रहे।इससे पहले Goldman Sachs ने 2021 में अमेरिका की जीडीपी वृद्धि दर के 5.7 फीसद पर रहने का अनुमान जताया था। वहीं, 2022 के लिए एजेंसी ने 4.4 फीसद की ग्रोथ की उम्मीद जाहिर की थी। अमेरिका की आर्थिक वृद्धि से संबंधित हालिया अनुमान जाहिर करने वाले अर्थशास्त्रियों ने वायरस से प्रभावित कंज्यूमर सर्विसेज पर इसके प्रभाव के लंबे समय तक बने रहने की आशंका जाहिर की है। इसके साथ ही इस बात की संभावना जतायी गई है कि सेमीकंडक्टर की सप्लाई अगले साल की पहली छमाही तक बेहतर नहीं होगी। इससे इंवेट्री को फिर से भरने का काम अगले साल तक के विलंबित हो जाएगा।
रेटिंग एजेंसी का कहना है कि वायरस से पैदा हुई परिस्थितियों की वजह से कुछ सेवाओं और वस्तुओं पर होने वाला खर्च महामारी से पूर्व की तुलना में कम रहेगा, खासकर अगर लोग रिमोट वर्क की तरफ शिफ्ट करते हैं तो कुछ क्षेत्रों में उनका खर्च कम ही रहेगा।Goldman ने तिमाही आधार पर 2021 की चौथी तिमाही और 2022 की पहली तिमाही में आर्थिक वृद्धि से जुड़े अनुमान को पांच फीसद से घटाकर 4.5 फीसद कर दिया है। वहीं, 2022 की दूसरी तिमाही के अनुमान को 4.5 फीसद से घटाकर चार फीसद कर दिया है। इस तरह तीसरी तिमाही के GDP Growth से जुड़े अनुमान को 3.5 फीसद से कम करके तीन फीसद कर दिया है। हालांकि, चौथी तिमाही के अनुमान को 1.5 फीसद से बढ़ाकर 1.75 फीसद कर दिया है।