गुरुवार को होने वाले मैच में आस्ट्रेलिया के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की लचर फार्म का पूरा फायदा उठाने की कोशिश करेगा। श्रीलंका ने 2014 में खिताब जीता था लेकिन इस बार उसे क्वालीफायर्स में खेलना पड़ा जहां वह तीनों मैच जीतकर शीर्ष पर रहा। इसके बाद उसने सुपर-12 के अपने पहले मैच में बांग्लादेश को पांच विकेट से हराया।दूसरी तरफ अब तक टी-20 विश्व कप नहीं जीत पाने वाले आस्ट्रेलिया को पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 119 रन के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए ही संघर्ष करना पड़ा था। उसका स्कोर एक समय तीन विकेट पर 38 रन था और वह आखिरी ओवर में जीत दर्ज कर पाया था। कप्तान आरोन फिंच खाता भी नहीं खोल पाए जबकि पिछले कुछ समय से रन बनाने के लिए जूझ रहे डेविड वार्नर फिर से सस्ते में पवेलियन लौट गए। मिशेल मार्श का बल्ला भी नहीं चल रहा है। आस्ट्रेलिया को अच्छी शुरुआत की सख्त दरकार है और इसके लिए वह फिंच और वार्नर पर निर्भर है। अगर आस्ट्रेलिया को श्रीलंकाई स्पिनरों से पार पाना है तो इन दोनों को अच्छा प्रदर्शन करना होगा। स्टीव स्मिथ ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पारी संवारी थी और टूर्नामेंट में आगे बढ़ने के लिए उनका प्रदर्शन काफी मायने रखेगा। फिंच को मार्श से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। आस्ट्रेलिया के लिए अच्छी खबर यह है कि ग्लेन मैक्सवेल ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में आइपीएल की अपनी फार्म बरकरार रखी है। उन्होंने पिछले मैच में चार ओवर में एक विकेट लेकर कप्तान को विकल्प मुहैया कराए हैं। लेकिन श्रीलंकाई टीम में अच्छे स्पिनर हैं और ऐसे में यहां की धीमी पिच पर आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के लिए रन बनाना आसान नहीं होगा। चोट के कारण बांग्लादेश के खिलाफ नहीं खेल पाने वाले महीश दीक्षणा की वापसी से टीम का मनोबल बढ़ेगा। लेग स्पिनर वानिंदु हसरंगा का प्रदर्शन भी श्रीलंका के लिए काफी मायने रखेगा।