भोपाल। पंचायत चुनाव में कर्मचारियों को अनहोनी की आशंका है। यह स्थिति कोरोना संक्रमण और ग्रामीणों के बीच हार–जीत के मामूली अंतर और पूर्व से चले आ रहे आपसी मनमुटाव के चलते बन सकती है। इन स्थितियों से चुनाव ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को सुरक्षित रखने के लिए कर्मचारी संगठन आगे आए हैं। संगठन के प्रमुखों की तरफ से निर्वाचन आयोग को सुझाव दिए गए हैं कि चुनाव ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों का 50 लाख का बीमा कराया जाए और मतगणना जनपद मुख्यालयों पर कराई जाए। ये सुझाव राज्य कर्मचारी संघ के संरक्षक भुवनेश कुमार पटेल, अध्यक्ष जितेंद्र सिंह, कर्मचारी कांग्रेस के संरक्षक वीरेंद्र खोंगल, पेंशनर एसोसिएशन के अध्यक्ष एलएन कैलासिया, राजपत्रित संघ के अशोक शर्मा समेत अन्य कर्मचारी प्रतिनिधि ने दिए हैं।देर शाम तक आती रही नामांकन पत्र जमा करने की जानकारी : उधर, त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले और दूसरे चरण के लिए नामांकन पत्र जमा करने का सिलसिला सोमवार को थम गया। देर शाम तक राज्य निर्वाचन आयोग में इसकी जानकारी आती रही। नामांकन पत्रों की मंगलवार को जांच की जाएगी। 23 दिसंबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। साथ ही अभ्यर्थियों को प्रतीक चिह्न का आवंटन कर दिया जाएगा। 23 वर्षीय प्रत्याशी पूजा ने सरपंच के लिए भरा नामांकन भोपाल में पंचायत चुनाव की सरगर्मी शुरू हो गई है। सोमवार को भोपाल जिले के ग्राम कलारा से 23 वर्षीय युवा प्रत्याशी पूजा शर्मा ने भी सरपंच पद के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। पूजा ने बताया कि वे बीएससी कर चुकी है। उन्हें नौकरी के लिए भी आफर आए थे लेकिन गांव के विकास को उन्होंने प्राथमिकता दी। इसके चलते सरपंच पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया है।