अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी। लिस्ट जारी होने के बाद एमपी कांग्रेस में बगावत की आवाज बुलंद हो गई है। टिकट नहीं मिलने के बाद कई कांग्रेस नेताओं ने राज्य भर में पार्टी छोड़ दी है। जबकि कुछ ने पार्टी को ‘सबक सिखाने’ का संकल्प ले लिया है। जिला पंचायत सदस्य और कांग्रेस नेता शारदा खटीक ने सागर जिले के नारयोली (एससी आरक्षित) से टिकट मांगा था, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इसके बाद शारदा खटीक ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
टिकट न मिलने पर शारदा खटीक ने छोड़ी कांग्रेस
उन्होंने कहा, ‘मैंने नारयोली विधानसभा से टिकट मांगा था। मैं एक जिला पंचायत सदस्य हूं। पार्टी ने पहले तय किया था कि जो भी नागरिक निकाय चुनावों में जिले में जीतेगा, उसे विधानसभा चुनाव का टिकट मिलेगा। लेकिन पार्टी ने तीन बार हारने वाले उम्मीदवार को टिकट दिया है। मैंने नारयोली का दौरा किया है। जनता मुझे चाहती है, लेकिन फिर भी पार्टी ने मुझे टिकट नहीं दिया है। इसलिए मैं पार्टी से इस्तीफा दे रही हूं।’
हाथ’ छोड़ ‘हाथी’ पर सवार हुए कांग्रेस के पूर्व विधायक यादवेंद्र
दूसरी ओर, कांग्रेस पार्टी के एक पूर्व विधायक यादवेंद्र सिंह ने सतना जिले (विंध्य क्षेत्र) के नागोद विधानसभा क्षेत्र से टिकट नहीं मिलने पर पार्टी से इस्तीफा दे दिया। रविवार को ही बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) में शामिल हो गए। सिंह ने अपने समर्थकों के साथ भोपाल में बीएसपी राज्य कार्यालय में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत की उपस्थिति में बीएसपी की सदस्यता ली।
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मुझसे कहा कि मुझे चुनाव की तैयारी करनी चाहिए। इसलिए मैं दिल्ली और भोपाल आया। और फिर इस तरह से मेरे साथ अन्याय किया गया है। मैंने सभी को फोन किया, लेकिन किसी ने मेरा फोन नहीं उठाया, इसलिए मैं बीएसपी में शामिल हो गया।’ उन्होंने कहा कि 2018 में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान वह केवल 635 मतों से चुनाव हार गए थे।
अजय सिंह यादव ने आगे आरोप लगाया कि यह पिछड़े वर्गों के लोगों के साथ अन्याय है। पार्टी के सक्रिय सदस्य होने के बावजूद उन्हें सुना नहीं गया था। उन्होंने कहा, ‘मेरे दादा पूर्व विधायक दिवंगत ठाकुरदास यादव ने अपना पूरा जीवन कांग्रेस पार्टी में बिताया। लेकिन, आज जो अन्याय हुआ, उससे मैं वास्तव में निराश हूं। इसी वजह से मैं मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष और टीकमगढ़ जिले के खरगपुर निर्वाचन क्षेत्र के पलेरा ब्लॉक से पीसीसी प्रतिनिधि के पद से इस्तीफा दे रहा हूं।’
17 नवंबर को वोटिंग, 3 दिसंबर को काउंटिंग
कांग्रेस ने रविवार को आगामी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 144 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को छिंदवाड़ा से मैदान में उतारा गया। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को वोटिंग होगी, जबकि मतगणना 3 दिसंबर को होगी।