दसई। नगर में रविवार की रात्रि में होलिका दहन किया गया। सोमवार धुलेटी के दिन सुबह महिलाओं द्वारा होलिका दहन स्थान पर एक लोटा जल चढ़ाकर परिक्रमा की गई। नगर में प्रतिवर्ष वर्षों से धुलेटी के दिन एक दिवसीय मेले का आयोजन होता चला आ रहा है लेकिन इस वर्ष मेले का आयोजन कोरोना महामारी नियंत्रण के लिए प्रशासनिक आदेश के कारण नहीं होने से वर्षों की मेला लगने की परंपरा टूट गई। धुलेटी के दिन दोपहर 2 बजे के बाद श्री अंबिका माता परिसर में स्थित गल बाबा की थानक पर विधि विधान से नगर के उत्तम सिंह पवार परिवार द्वारा पूजन अर्चन किया गया। पूजन अर्चन के बाद गल घूमने का क्रम प्रारंभ हुआ।
धुलेटी के दिन मन्नतधारी ने गल घूमकर एवं चूल के अंगारों पर चलकर अपनी मन्नतें पूरी की।मन्नत धारी लोगों द्वारा गल घूमकर अपनी मन्नत पूरी की गई ।इसके साथ ही समीप बनी अंगारों की चूल पर मन्नत धारी महिला व पुरुष दहकते अंगारों की चूल मे चलकर अपनी मन्नत पूरी की। पारंपरिक आयोजन तो विधि विधान से हुआ लेकिन वर्षों से लगने वाला एकदिवसीय गल- चुल मेला का आयोजन नहीं होने से व्यापारियों के साथ आसपास गांव से आए ग्रामीण मायूस नजर आए।