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क्राइममध्यप्रदेश

कारनामे छिपाने के लिए पाटन की पहाड़ी में पत्थर से तोड़ डाले थे दोनों महंगे फोन, रात 1 बजे SIT लेकर मौके पर पहुंची,

जबलपुर नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में सिटी अस्पताल के डायरेक्टर सरबजीत सिंह मोखा का बेटा हरकरण शातिरपन में पिता से भी दो हाथ आगे निकला। आरोपी ने सोमवार को नाटकीय अंदाज में गिरफ्तारी के बाद एसआईटी को अंधेरे में रखता रहा। पहले उसने अपने मोबाइल दिल्ली में फेंक देने की बात करता रहा। मंगलवार की रात एसआईअी ने सख्ती दिखाई तो तोते की तरह सच बताने लगा। उसने अपने दोनों महंगे मोबाइल पाटन की पहाड़ी पर तोड़कर फेंक दिए थे। देर रात पुलिस ने उसे मौके पर ले जाकर टुकड़े जब्त किए।एसआईटी सूत्रों के मुताबिक हरकरण ने दोनों मोबाइल का प्रयोग नकली इंजेक्शन की खरीदी में बातचीत और आईडी भेजने में की थी। इसके अलावा उसके मोबाइल में कई और राज भी छिपे थे। खुद उसके पर्सनल लाइफ से जुड़ी गोपनीय बातें भी मोबाइल में थे। हरकरण सोमवार को सरेंडर करने के लिए अपने अधिवक्ता के संपर्क में बना रहा, लेकिन जिले की सीमा में प्रवेश करने से पहले ही उसने अपने दोनों मोबाइल तोड़ने का निर्णय लिया। हरकरण ने दोनों मोबाइल पाटन के पहले पहाड़ी पर पत्थर से तोड़ कर फेंक दिया था। रात एक बजे लेकर पहुंची एसआईटीएसआईटी टीम हरकरण को रात एक बजे मौके पर लेकर पहुंची। आरोपी ने वहां टूटे हुए मोबाइल के टुकड़े दिखाए। जिसे एसआईटी की टीम ने जब्त किए। मौके पर सीएसपी अखिलेश गौर, टीआई गोहलपुर रवींद्र गौतम के साथ एसआईटी में शामिल टीम के लोग थे। एसआईटी अब सरबजीत मोखा के मोबाइल के बारे में पता लगाने में जुटी है। मोखा की गिरफ्तारी के बाद भी उसका मोबाइल नहीं मिल पाया। हरकरण भी पिता के मोबाइल के बारे में कुछ नहीं बता पाया। फर्जी आईडी से नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मंगायाहरकरण ने एसआईटी की पूछताछ में बोला कि उसने फर्जी आईडी से दोनों कार्टून मंगाए थे, लेकिन उसे पता नहीं था कि उसमें नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन है। इसके बाद में उसके पिता सरबजीत मोखा ही बता पाएंगे। पाटन की पहाड़ी पर आधी रात ले जाने पर हरकण काफी डर गया था। वह पसीने से तर-बतर हो गया था। बावजूद वह अभी पूरी तरह खुलकर कुछ नहीं बता रहा है। माेखा को रिमांड पर लेने की प्रक्रियाएसआईटी सरबजीत मोखा को रिमांड पर लेने की प्रक्रिया में जुटी है। नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के प्रकरण में उसकी गिरफ्तारी के बाद एसआईटी कोर्ट से उसकी रिमांड मांगेगी। सब कुछ ठीक रहा तो दोपहर तीन बजे के लगभग मोखा का रिमांड मिल जाएगा। इसके बाद मोखा और हरकरण को आमने-सामने बैठाकर टीम पूछताछ करने की तैयारी में है। इस महीने की आखिरी तक गुजरात से भी दवा व्यवसायी जबलपुर निवासी सपन जैन, नकली फार्मा कंपनी के मालिक पुनीत शाह व कौशल वोहरा और रीवा निवासी सुनील मिश्रा को भी प्रोडक्शन वारंट पर आ सकते हैं।

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