मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर कुल 3832 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र जमा किए थे। मंगलवार को इनकी जांच में 916 प्रत्याशियों के नामांकन अमान्य पाए गए हैं। 2914 नामांकन पत्र ही विधि मान्य माने गए हैं।
जिन नामांकन पत्रों को अमान्य किया गया है, उनमें कोई न कोई कमियां पाई गईं। वहीं, विधि मान्य पाए गए कुछ नामांकन पत्रों को लेकर शिकायतें हुई हैं, जिनकी जांच करके उनका निराकरण बुधवार को किया जाएगा।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय का कहना है कि शपथ पत्र में दी गई जानकारियों को लेकर कुछ आपत्तियां आई थीं। संबंधित प्रत्याशियों को जवाब देने के लिए समय दिया गया है। अंतिम निर्णय आज होगा। दो नवंबर तक नाम वापस लिए जाएंगे।
इसके बाद प्रत्याशियों को लेकर तस्वीर साफ हो जाएगी। इंदौर में छह नामांकन फार्म को निरस्त किया गया। संवीक्षा के बाद जिले के नो विधानसभा सभी क्षेत्रों में 102 नामांकन सही पाए गए हैं।
नामांकन के लिए इस बार प्रत्याशियों को छह दिन दिए गए थे। अलग-अलग तिथियों में सभी दलों के प्रत्याशियों ने अपनी विधानसभा सीटों के लिए रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किए थे।
पूर्व मंत्री पटवा के नामांकन पर आपत्ति, आज होगा निर्णय
रायसेन जिले की भोजपुर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी और पूर्व मंत्री सुरेंद्र पटवा का नामांकन पत्र मंगलवार को आपत्ति के बाद फिलहाल रोक दिया गया है।
इस पर बुधवार को निर्णय होगा। पटवा ने दो अलग-अलग नामांकन पत्र जमा किए थे। कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार पटेल और दो निर्दलीय प्रत्याशियों ने पटवा के शपथ पत्र में आपराधिक मामलों की गलत जानकारी की शिकायत की है।
रिटर्निंग अधिकारी चंद्रशेखर श्रीवास्तव ने बताया कि पटवा को सुबह 11 बजे तक जवाब पेश करने को कहा गया है। इधर, कांग्रेस प्रत्याशी पटेल के वकील मयंक चौहान ने बताया कि पटवा पर इंदौर में 224 केस हैं, इसके अलावा भोपाल के 106 केस की जानकारी भी शपथ पत्र में नहीं दी गई है। कुछ केसों में न्यायालय से निर्णय भी हो गया है लेकिन उसकी जानकारी भी नहीं दी गई।